जनवरी में भारत के जी. एस. टी. संग्रह में 12.3% के बराबर उछाल आया, जो मजबूत आर्थिक गतिविधि का संकेत देता है।
जनवरी 2024 में भारत का वस्तु एवं सेवा कर (जी. एस. टी.) संग्रह बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो एक सकारात्मक आर्थिक प्रवृत्ति का संकेत देता है। यह वृद्धि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद उच्च घरेलू खपत और आयात गतिविधि को दर्शाती है। अप्रैल-जनवरी अवधि के लिए कुल जी. एस. टी. संग्रह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 9.4 प्रतिशत अधिक है। सरकार को उम्मीद है कि आगामी वित्त वर्ष में जी. एस. टी. राजस्व 11 प्रतिशत बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।
2 महीने पहले
14 लेख