भारत निर्यात को बढ़ावा देने के लिए चमड़ा प्रदर्शनी का आयोजन करता है, जिसका लक्ष्य "मेक इन इंडिया" पहल के तहत 2030 तक 47 अरब डॉलर का कारोबार करना है।
चमड़ा निर्यात परिषद (सी. एल. ई.) फरवरी से नई दिल्ली में दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय चमड़ा प्रदर्शनी (डी. आई. एल. ई. एक्स.) की मेजबानी करेगी, जिसका उद्देश्य भारत के चमड़ा उद्योग और निर्यात को बढ़ावा देना है। यह आयोजन सरकार की "मेक इन इंडिया" और "आत्मनिर्भर भारत" पहलों का समर्थन करता है, जिसमें गीले नीले चमड़े पर शून्य बुनियादी सीमा शुल्क और क्रस्ट चमड़े पर निर्यात शुल्क हटाने जैसे सुधारों की पेशकश की जाती है। सरकार ने फुटवियर क्षेत्र की उत्पादकता और प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए एक विशेष पैकेज भी पेश किया, जिसमें 2030 तक 47 अरब डॉलर के कारोबार का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें निर्यात से 13.7 अरब डॉलर का निवेश होगा।