भारत के डी. आर. डी. ओ. ने भविष्य की रक्षा आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए 82 नए तकनीकी क्षेत्रों में अनुसंधान का विस्तार किया है।
भारत के डी. आर. डी. ओ. ने यौगिक अर्धचालक, लेजर बीम संयोजन, सॉफ्टवेयर-परिभाषित रेडियो और क्रिप्टोग्राफी जैसी उन्नत तकनीकों को शामिल करने के लिए अपने अनुसंधान क्षेत्रों का विस्तार किया है। इस पुनर्गठन में उद्योग और शिक्षाविदों के बीच सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से 15 केंद्रों में 82 अनुसंधान कार्यक्षेत्र शामिल हैं। इसका लक्ष्य भविष्य की प्रौद्योगिकी चुनौतियों का समाधान करना और रक्षा क्षमताओं में सुधार करना है।
5 सप्ताह पहले
7 लेख