ताज़ा और वास्तविक सामग्री के साथ स्वाभाविक रूप से भाषाएँ सीखें!

लोकप्रिय विषय
क्षेत्र के अनुसार खोजें
भारत का आर. एस. एस. हिंदू राष्ट्रवाद पर अपने स्थायी राजनीतिक प्रभाव और विवाद के बीच अपनी 100वीं वर्षगांठ मना रहा है।
भारत का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर. एस. एस.) नागपुर में बड़े कार्यक्रमों के साथ अपनी 100वीं वर्षगांठ मना रहा है, जो महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े एक प्रतिबंधित समूह से भारतीय राजनीति में एक प्रमुख शक्ति के रूप में अपने विकास को चिह्नित करता है।
हिंदू राष्ट्रवादी संगठन, जिसकी विचारधारा हिंदू प्रधानता पर जोर देती है, ने 1990 के दशक के अयोध्या आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके कारण एक मस्जिद को ध्वस्त किया गया और एक राम मंदिर का निर्माण किया गया, जिसका उद्घाटन अब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, जो आरएसएस के पूर्व सदस्य थे।
आर. एस. एस. और उसके सहयोगी भारत की नौकरशाही, मीडिया और संस्कृति को प्रभावित करते हैं, जबकि आलोचकों का कहना है कि हिंसा से आधिकारिक इनकार के बावजूद इसकी बयानबाजी मुस्लिम विरोधी भावना को बढ़ावा देती है।
शताब्दी समूह की स्थायी राजनीतिक शक्ति और राष्ट्रीय पहचान और शासन पर चल रहे प्रभाव पर प्रकाश डालती है।
India's RSS marks its 100th anniversary amid its lasting political influence and controversy over Hindu nationalism.