ताज़ा और वास्तविक सामग्री के साथ स्वाभाविक रूप से भाषाएँ सीखें!

लोकप्रिय विषय
क्षेत्र के अनुसार खोजें
वयोवृद्ध गीतकार जावेद अख्तर ने हिंदुओं को "मुसलमानों की तरह नहीं बनने" की सलाह देने वाली 2024 की टिप्पणी के साथ विवाद खड़ा कर दिया, जिससे भारत में धार्मिक विमर्श पर बहस छिड़ गई।
वयोवृद्ध गीतकार जावेद अख्तर को उस समय आलोचना का सामना करना पड़ा जब 2024 की पुणे पैनल चर्चा के एक वीडियो में उन्हें हिंदुओं को "मुसलमानों की तरह नहीं बनने" की सलाह देते हुए दिखाया गया, जिससे ऑनलाइन विवाद खड़ा हो गया।
गायक लकी अली ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अख्तर को "कभी भी असली और एफ * * * के रूप में बदसूरत नहीं" कहा, हालांकि बाद में उन्होंने टिप्पणी को वापस ले लिया, यह स्पष्ट करते हुए कि इसका उद्देश्य अहंकार था, न कि उपस्थिति।
अख्तर ने 1975 की फिल्म शोले के एक दृश्य का संदर्भ देते हुए कहा कि सामाजिक संवेदनशीलता बदल गई है, जिससे कुछ चित्रण आज अस्वीकार्य हो गए हैं।
टिप्पणियों का सटीक संदर्भ और प्रामाणिकता असत्यापित है, और कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
इस घटना ने धार्मिक विमर्श, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और भारत में सार्वजनिक हस्तियों की भूमिका पर बहस को फिर से शुरू कर दिया है।
Veteran lyricist Javed Akhtar sparks controversy with resurfaced 2024 remarks advising Hindus not to "become like Muslims," igniting debate over religious discourse in India.