ताज़ा और वास्तविक सामग्री के साथ स्वाभाविक रूप से भाषाएँ सीखें!

लोकप्रिय विषय
क्षेत्र के अनुसार खोजें
दिल्ली का वायु प्रदूषण संकट वर्षों से पर्यावरण की उपेक्षा के लिए राजनीतिक दोष को जन्म देता है।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने नई दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण को लेकर केंद्र और दिल्ली दोनों सरकारों की निंदा करते हुए स्थिति को "गैस चैंबर" बताया और मोदी सरकार और पिछले आप प्रशासन द्वारा 11 वर्षों की निष्क्रियता को दोषी ठहराया।
भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने संकट को स्वीकार किया लेकिन पानी के छिड़काव और दीर्घकालिक योजना सहित वैज्ञानिक उपायों पर जोर दिया।
दिल्ली के मंत्री परवेश साहिब सिंह वर्मा ने अपशिष्ट, सीवेज और नदी की सफाई पर अधूरी परियोजनाओं का हवाला देते हुए आप द्वारा वर्षों से की जा रही उपेक्षा को पर्यावरणीय समस्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराया, जिन पर वर्तमान भाजपा सरकार अब ध्यान दे रही है।
बहस राजधानी में पर्यावरण शासन पर राजनीतिक विभाजन को रेखांकित करती है।
Delhi's air pollution crisis sparks political blame over years of environmental neglect.