सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बांड की वैधता पर फैसला सुनाया।

गुरुवार, 15 फरवरी, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बांड योजना की वैधता पर अपना फैसला सुनाया, जो भारत में राजनीतिक दलों को गुमनाम दान की अनुमति देती है। इस योजना को एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और कांग्रेस नेता जया ठाकुर सहित याचिकाकर्ताओं ने चुनौती दी थी, जिन्होंने तर्क दिया था कि इसने राजनीतिक दलों के वित्तपोषण के बारे में जानकारी के नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन किया और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। याचिकाकर्ताओं ने यह भी दावा किया कि कंपनी अधिनियम में संशोधन चुनावी बांड की खरीद के माध्यम से गुमनाम दान की सुविधा के प्रयास में पेश किया गया था। केंद्र सरकार ने कहा कि चुनावी बांड योजना का उद्देश्य नकद दान को प्रतिस्थापित करना और राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता बढ़ाना था, लेकिन याचिकाकर्ता इससे सहमत नहीं थे, उन्होंने तर्क दिया कि इस योजना ने गुमनामी प्रदान की जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला और विपक्ष में राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर कम हो गए।

February 14, 2024
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