अध्ययन से पता चलता है कि शनि और बृहस्पति के चंद्रमाओं से निकले अलग-अलग बर्फ के कणों में नासा के यूरोपा क्लिपर जैसे भविष्य के मिशनों द्वारा पता लगाया जा सकने वाला स्थलीय जीवन हो सकता है।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय के नेतृत्व में एक अध्ययन से संकेत मिलता है कि शनि और बृहस्पति के चंद्रमाओं से निकले व्यक्तिगत बर्फ के कणों में भविष्य के मिशनों पर उपकरणों द्वारा पता लगाने के लिए पर्याप्त सामग्री हो सकती है यदि अलौकिक जीवन मौजूद है। अध्ययन से पता चलता है कि अंतरिक्ष यान पर लगे मास स्पेक्ट्रोमीटर द्वारा सेलुलर सामग्री के एक छोटे से अंश की भी पहचान की जा सकती है, जिससे यह विश्वास बढ़ जाता है कि पृथ्वी के समान जीवनरूप समुद्र-असर वाले चंद्रमाओं पर मौजूद हो सकते हैं। आगामी नासा यूरोपा क्लिपर मिशन इन बर्फीले चंद्रमाओं का विस्तार से पता लगाने के लिए और अधिक उपकरण ले जाएगा।
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