जूलियस-मैक्सिमिलियंस-यूनिवर्सिटीएट वुर्जबर्ग के शोधकर्ताओं ने सौर प्रौद्योगिकी के लिए एक नई प्रकाश-संचयन प्रणाली विकसित की है, जिससे संभावित रूप से दक्षता बढ़ेगी और पतले सौर सेल संभव होंगे।

जूलियस-मैक्सिमिलियंस-यूनिवर्सिटीएट वुर्जबर्ग के शोधकर्ताओं ने सौर प्रौद्योगिकी के लिए एक अभिनव प्रकाश-संचयन प्रणाली विकसित की है, जो सौर ऊर्जा अवशोषण दक्षता में सुधार कर सकती है। नई प्रणाली का उद्देश्य दृश्य प्रकाश के पूरे स्पेक्ट्रम को कैप्चर करना है, जो पौधों और बैक्टीरिया के प्रकाश-संग्रही एंटीना के समान है। ऐसा करने से, यह सौर कोशिकाओं को संभवतः पतला और अधिक कुशल बना सकता है, जिससे टिकाऊ ऊर्जा समाधानों की एक व्यापक श्रृंखला उपलब्ध हो सकेगी।

9 महीने पहले
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