2020 में बिहार और झारखंड में शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी आई, जो कि सरकारी स्वास्थ्य देखभाल पहलों के कारण हुई, जिसमें संस्थागत प्रसव और मेडिकल कॉलेजों में वृद्धि शामिल है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने 2020 में बिहार (42 से 27) और झारखंड (34 से 25) में शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी की सूचना दी, जिसमें सरकार की स्वास्थ्य देखभाल पहलों के कारण यह प्रगति हुई। मोदी प्रशासन के दौरान संस्थागत प्रसव 78.9 प्रतिशत से बढ़कर 88.6 प्रतिशत हो गया। इसके अतिरिक्‍त, 2014 से 98% तक चिकित्सा कॉलेजों की संख्या बढ़ती गई, सरकार की मां और बच्चे के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए की प्रतिज्ञा को बढ़ावा देती है ।

October 20, 2024
3 लेख

आगे पढ़ें