उपराष्ट्रपति धनखड़ ने पूर्वोत्तर भारत के बढ़ते महत्व, सरकारी निवेश और विकास और सांस्कृतिक मान्यता पर लुक ईस्ट-एक्ट ईस्ट नीति के प्रभाव पर प्रकाश डाला। VP Dhankhar highlights Northeast India's growing significance, government investments, and Look East-Act East policy's impact on development and cultural recognition.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुवाहाटी में कृष्णागुरु अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक युवा समाज के सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान राष्ट्रीय कथा में पूर्वोत्तर भारत के बढ़ते महत्व पर जोर दिया। Vice President Jagdeep Dhankhar has emphasized the increasing significance of Northeast India in the national narrative during his speech at the Krishnaguru International Spiritual Youth Society's conclave in Guwahati. उसने हाल के सालों में काफी सरकारी निवेशों पर गौर किया । He noted substantial government investments over the past decade, which have enhanced infrastructure and connectivity. धनखड़ ने क्षेत्रीय विकास और सांस्कृतिक मान्यता पर लुक ईस्ट-एक्ट ईस्ट नीति के प्रभाव पर प्रकाश डाला, जिसमें असमिया को शास्त्रीय भाषा के रूप में नामित करना भी शामिल है। Dhankhar highlighted the impact of the Look East-Act East policy on regional development and cultural recognition, including the designation of Assamese as a classical language.