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नासा के डेटा से पता चलता है कि सूखे, बढ़े हुए उपयोग और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के कारण विश्व में शुद्ध जल की मात्रा में 3 ट्रिलियन टन की गिरावट आई है।
NASA के उपग्रह डेटा से पता चलता है कि 2002 से 2016 के बीच विश्व में ताजे पानी की मात्रा में भारी गिरावट आई है, जिसमें लगभग 3 ट्रिलियन टन पानी का नुकसान हुआ है।
इस कमी का कारण लंबे समय से हो रहे सूखे, मानवीय जल उपयोग में वृद्धि और कृषि के लिए भूजल की कमी है।
जलवायु परिवर्तन सूखे को बढ़ावा देकर इन मुद्दों को गंभीर बना रहा है।
इस अध्ययन में जल संकट से निपटने के लिए बेहतर जल प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
5 महीने पहले
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