अध्ययन में पाया गया है कि बड़े मस्तिष्क वाले नरवानरों से आंत के रोगाणु अधिक ऊर्जा का उत्पादन करते हैं, जो संभावित रूप से मस्तिष्क के विकास में सहायता करते हैं।
एक नए अध्ययन से पता चलता है कि आंत के रोगाणुओं ने अधिक ऊर्जा का उत्पादन करके बड़े मानव मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होगी। शोधकर्ताओं ने पाया कि मनुष्यों और गिलहरी बंदरों जैसे बड़े मस्तिष्क वाले नरवानरों के रोगाणुओं ने अधिक ऊर्जा का उत्पादन करने में मदद की, जबकि छोटे मस्तिष्क वाली प्रजातियों के रोगाणुओं ने वसा के रूप में अधिक ऊर्जा संग्रहीत की। इस बढ़े हुए ऊर्जा उत्पादन ने समय के साथ बड़े मस्तिष्क के विकास में सहायता की होगी।
4 महीने पहले
15 लेख
इस महीने 6 निःशुल्क लेख शेष हैं। असीमित पहुंच के लिए कभी भी सदस्यता लें।