ग्रामीण और शहरी भारत के बीच खपत में असमानता काफी कम हो जाती है, जिससे 2009 से अंतर 88.2% से 69.7% तक कम हो जाता है।

भारतीय स्टेट बैंक की एक रिपोर्ट ग्रामीण और शहरी भारत के बीच खपत असमानता में उल्लेखनीय गिरावट दिखाती है, जिसमें मासिक प्रति व्यक्ति खपत व्यय में अंतर 2009-10 के बाद से 88.2% से 69.7% तक गिर जाता है। इस सुधार का श्रेय प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण और ग्रामीण बुनियादी ढांचे में सुधार जैसी सरकारी पहलों को दिया जाता है। गिनी गुणांक में गिरावट के साथ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी असमानता में कमी आई है, जो अधिक संतुलित खपत पैटर्न और समावेशी विकास की दिशा में प्रगति का संकेत देती है।

2 महीने पहले
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