भारतीय सरकार पाँच और भाषाओं को शास्त्रीय के रूप में सूचित करती है, और कुल मिलाकर ११. Indian government designates five more languages as classical, increasing total to eleven.
भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर पांच और भाषाओं-मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में नामित किया है, जिससे कुल संख्या छह से बढ़कर ग्यारह हो गई है। The Indian government has officially designated five more languages—Marathi, Pali, Prakrit, Assamese, and Bengali—as classical languages, increasing the total from six to eleven. इस नाम का लक्ष्य भारत की भाषा की विरासत को सुरक्षित रखने और सांस्कृतिक पहचान बढ़ाने के लिए है। This designation aims to preserve India's linguistic heritage and enhance cultural recognition. शास्त्रीय भाषाओं की विशेषता उनकी प्राचीनता और समृद्ध साहित्यिक परंपराओं से है। Classical languages are characterized by their antiquity and rich literary traditions. यह आशा की जाती है कि समाज में इन भाषाओं के महत्त्व को बढ़ावा देते हुए स्कूल और नौकरी के अवसर बनाएँ । The status is expected to create academic and employment opportunities while promoting the importance of these languages in society.